हिंदी के अध्यापक
मिश्रा जी साइकिल की
दुकान पे हवा भरवाने
पहुँचे????
मिश्रा जी~ लो भाई!!!
अगले पहिये में हवा डाल
दो. थोड़ी कम है???
दुकानदार~ मास्साब!!!
आप तो हिंदी के टीचर हो
जरा शुद्ध हिंदी में बताओ
तो जाने के आप हमारे
बच्चों को कितना अच्छे
से हिंदी पढ़ाते हो.
मिश्राजी~ प्रथम तो ये,
क़ि मुझे शिक्षक
उदबोधित् कीजिये
टीचर नहीं
अब हे!! कनस्तरनुमा
लौह गुमठि में विराजमान
द्विचक्र वाहिनी सुधारक,
मेरी द्विचक्र वाहिनी के
अग्रिम चक्र से कुछ वायु
निगमन कर गयी है,
कृप्या अपने वायु पोषक
यंत्र से अग्रिम चक्र में
थोड़ी वायु प्रविष्ट करने
की कृपा करें,
ताकि मैं नियत समय पर
पहुँच कर, आप जैसे
मूढ़मति पिता के ज्ञानरिक्त
मस्तिष्क लिये बैठे पुत्रों
के मस्तिष्क में ज्ञान की
प्रविष्टि करने की अपनी
दैनिक क्रिया को पूर्ण
कर सकूँ???
✨
??????????
समझे!!!!!
दुकानदार बेहोश!!!!!.
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