हे ईश्वर ऐसा भूकंप लाइये....
जिसमें अहम टूट जाए,
जिसमें मतभेद के किले ढह जाएं,
जिसमें घमंड चूर चूर हो जाए,
जिसमें गुस्से के पहाड़ पिघल जाए,
जिसमें प्यार और एकता की नई गंगा बहने लगे......
ऐसा भूकंप आये....,
तो स्वागत है !
आप का दिन मंगलमय हो सा
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